Rajasthan 9 District Cancelled List: राजस्थान में 9 जिले और 3 संभाग रद्द, रद्द जिलों की लिस्ट 2025

Rajasthan 9 District Cancelled List: राजस्थान सरकार ने 28 दिसंबर 2024 को बड़ा प्रशासनिक निर्णय लेते हुए 9 जिलों और 3 संभागों को रद्द करने की घोषणा की। इस सूची में दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, अनूपगढ़, और सांचौर शामिल हैं। साथ ही, सीकर, पाली और बांसवाड़ा संभागों को भी निरस्त कर दिया गया है। इस निर्णय की जानकारी कैबिनेट की बैठक के बाद मंत्री सुमित गोदारा ने प्रेस ब्रीफिंग में दी।

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Rajasthan 9 District Cancelled List: राजस्थान में 9 रद्द जिलों की लिस्ट जारी देखें

कैबिनेट की बैठक में रद्द किए गए 9 जिलों के नाम नीचे दिए गए हैं:

  • दूदू
  • केकड़ी
  • शाहपुरा
  • नीमकाथाना
  • गंगापुरसिटी
  • जयपुर ग्रामीण
  • जोधपुर ग्रामीण
  • अनूपगढ़
  • सांचौर

Rajasthan 3 Divisions Cancelled List: राजस्थान में रद्द 3 संभाग के नाम की लिस्ट देखें

मंत्री सुमित गोदारा और जोगाराम पटेल ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि राजस्थान सरकार ने तीन नए संभागों — सीकर, पाली और बांसवाड़ा — को भी निरस्त कर दिया है। यह निर्णय भजनलाल कैबिनेट की बैठक में लिया गया।

  • सीकर
  • पाली
  • बांसवाड़ा

राजस्थान में कितने जिले हैं 2025?

पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम चरण में 17 नए जिलों और 3 नए संभागों का गठन किया था। भजनलाल सरकार ने इसे पलटते हुए 9 जिलों और 3 संभागों को रद्द कर दिया। अब राजस्थान में कुल 41 जिले होंगे, जिसमें 33 पुराने और 8 नए जिले शामिल हैं।

राजस्थान में कितने संभाग हैं 2025?

भजनलाल सरकार के फैसले के बाद अब राजस्थान में 7 संभाग रह गए हैं। नए संभाग — सीकर, पाली और बांसवाड़ा — को निरस्त कर दिया गया है।

क्यों राजस्थान सरकार ने 9 जिलों और 3 संभागों को रद्द किया है?

सरकार ने प्रशासनिक सुधार और संसाधनों के पुनर्गठन के उद्देश्य से यह निर्णय लिया। इस कदम का मकसद जनता को बेहतर सेवाएं प्रदान करना और प्रशासन को अधिक प्रभावी बनाना है।

राजस्थान में रद्द किए गए 9 जिलों के नाम क्या हैं?

रद्द जिलों की सूची में शामिल हैं:

  • दूदू
  • केकड़ी
  • शाहपुरा
  • नीमकाथाना
  • गंगापुरसिटी
  • जयपुर ग्रामीण
  • जोधपुर ग्रामीण
  • अनूपगढ़
  • सांचौर

अब राजस्थान में कुल कितने जिले होंगे?

9 जिलों के रद्द होने के बाद अब राजस्थान में कुल 41 जिले होंगे। इनमें 33 पुराने और 8 नए जिले शामिल हैं।

अब राजस्थान में कितने संभाग रहेंगे?

तीन नए संभाग रद्द होने के बाद अब राजस्थान में कुल 7 संभाग रह गए हैं।

रद्द किए गए 3 संभाग कौन-कौन से हैं?

रद्द किए गए संभागों में शामिल हैं:

  • सीकर
  • पाली
  • बांसवाड़ा

पूर्ववर्ती गहलोत सरकार का निर्णय क्या था?

गहलोत सरकार ने अपने अंतिम कार्यकाल में 17 नए जिलों और 3 नए संभागों का गठन किया था। इसे भजनलाल सरकार ने प्रशासनिक और आर्थिक दृष्टिकोण से अव्यवहारिक बताते हुए निरस्त कर दिया।

जिले कम करने से आम जनता पर कोई प्रभाव पड़ेगा?

सरकार का उद्देश्य प्रशासनिक सुधार है। हालांकि, रद्द किए गए जिलों और संभागों की जनता को अस्थायी रूप से असुविधा हो सकती है।

क्या इस निर्णय पर किसी ने आपत्ति जताई है?

विभिन्न राजनीतिक दलों और प्रभावित क्षेत्रों के लोगों ने इस निर्णय पर असहमति जताई है। सरकार ने इसे प्रशासनिक सुधार की आवश्यकता के रूप में प्रस्तुत किया है।

राजस्थान में 9 नए जिले रद्द सरकारी आदेश पर

राजस्थान सरकार ने 9 नए गठित जिलों को रद्द करने की घोषणा की है। 28 दिसंबर, 2024 को कैबिनेट की बैठक के दौरान लिए गए इस फैसले ने इन जिलों को बनाने के गहलोत सरकार के पिछले फैसले को पलट दिया है। रद्द किए गए जिलों में दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, गंगापुर सिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, अनूपगढ़ और सांचौर शामिल हैं। यह कदम शासन में सुधार के उद्देश्य से प्रशासनिक पुनर्गठन का हिस्सा है।

राजस्थान ने गहलोत द्वारा मंजूर किए गए 9 जिलों को खत्म किया

एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक फेरबदल में, भजनलाल सरकार ने पिछले गहलोत प्रशासन द्वारा अनुमोदित 9 जिलों को खत्म कर दिया है। सरकार ने जोर देकर कहा कि यह निर्णय संसाधन आवंटन और शासन में दक्षता बढ़ाने के लिए लिया गया था। गहलोत के कार्यकाल के दौरान बनाए गए इन जिलों को वर्तमान प्रशासन द्वारा निरर्थक माना गया था।

राजस्थान सरकार ने अशोक के कार्यकाल में बनाए गए 9 जिलों को भंग कर दिया

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कार्यकाल के दौरान बनाए गए 9 जिलों को रद्द करना उनके प्रशासन की नीति को उलट देता है। यह निर्णय वर्तमान सरकार द्वारा व्यापक समीक्षा के बाद घोषित किया गया, जिसमें पाया गया कि प्रशासनिक प्रबंधन और आर्थिक व्यवहार्यता के संदर्भ में इन जिलों का गठन अव्यावहारिक है।

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