Solar Rooftop Subsidy Yojana 2025:- भारत सरकार ने स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए Solar Rooftop Subsidy Yojana, जिसे अब PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana के नाम से जाना जाता है, शुरू की है। यह योजना देश के छोटे और मध्यम वर्गीय परिवारों को बिजली बिलों में कमी लाने, पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने, और आत्मनिर्भर ऊर्जा उत्पादन की दिशा में प्रोत्साहित करती है।
PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana के तहत सरकार 1 करोड़ परिवारों को उनके घर की छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए वित्तीय सहायता (सब्सिडी) प्रदान कर रही है। इस योजना के तहत आप प्रति माह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्राप्त कर सकते हैं और अतिरिक्त बिजली को बेचकर आय भी कमा सकते हैं।
क्या आप अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगवाना चाहते हैं, लेकिन शुरुआती लागत को लेकर चिंतित हैं? यह लेख आपको Solar Rooftop Subsidy Yojana 2025 की पूरी जानकारी देगा, जिसमें योजना के लाभ, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज, और आवेदन प्रक्रिया शामिल हैं। हम आपको यह भी बताएंगे कि आप Sandes App और PM Surya Ghar पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कैसे कर सकते हैं। इस लेख का उद्देश्य आपको इस योजना का लाभ उठाने के लिए तैयार करना है ताकि आप बिजली की बढ़ती लागत से राहत पा सकें और पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा सकें।
Solar Rooftop Subsidy Yojana 2025: एक नजर
PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसे 13 फरवरी 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च किया था। इस योजना का बजट 75,021 करोड़ रुपये है, और इसका लक्ष्य 31 मार्च 2027 तक 1 करोड़ घरों में सोलर पैनल स्थापित करना है। योजना के तहत सरकार सोलर पैनल की स्थापना लागत का 40% तक सब्सिडी प्रदान करती है, जिससे मध्यम और निम्न-आय वाले परिवारों के लिए सोलर ऊर्जा सुलभ हो सके।
- प्रायोजक: केंद्र सरकार (नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय – MNRE)
- योजना का नाम: PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana (Solar Rooftop Subsidy Yojana)
- कौन आवेदन कर सकता है?: भारत का कोई भी नागरिक जो पात्रता मानदंडों को पूरा करता हो।
- आवेदन प्रक्रिया: ऑनलाइन (pmsuryaghar.gov.in) और Sandes App के माध्यम से।
- लाभ: प्रति माह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली, बिजली बिल में 30-50% की बचत, और अतिरिक्त बिजली बेचकर आय।
PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana: उद्देश्य और महत्व
भारत में बिजली की बढ़ती मांग और पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों (कोयला, डीजल) पर निर्भरता ने पर्यावरण और आर्थिक चुनौतियों को जन्म दिया है। PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana का उद्देश्य इन समस्याओं का समाधान करना है। इसके प्रमुख उद्देश्य हैं:
- बिजली बिल में कमी: सोलर पैनल से उत्पादित बिजली घरेलू खपत को पूरा करती है, जिससे बिजली बिल 30-50% तक कम हो सकता है।
- मुफ्त बिजली: 3 किलोवाट सोलर सिस्टम प्रति माह 300-360 यूनिट बिजली उत्पन्न कर सकता है, जो सामान्य घरेलू जरूरतों के लिए पर्याप्त है।
- पर्यावरण संरक्षण: सौर ऊर्जा स्वच्छ और नवीकरणीय है, जो कार्बन उत्सर्जन को कम करती है।
- आर्थिक लाभ: अतिरिक्त बिजली को नेट मीटरिंग के माध्यम से बेचकर परिवार आय कमा सकते हैं।
- रोजगार सृजन: योजना से सोलर पैनल निर्माण, स्थापना, और रखरखाव में 17 लाख प्रत्यक्ष नौकरियां सृजित होने की उम्मीद है।
अप्रैल 2025 तक, 95 लाख से अधिक परिवारों ने इस योजना के तहत पंजीकरण कराया है, जो इसकी लोकप्रियता को दर्शाता है। यह योजना न केवल बिजली की लागत को कम करती है, बल्कि भारत के 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा (2030 तक) के लक्ष्य को भी समर्थन देती है।
Solar Rooftop Subsidy Yojana: लाभ और विशेषताएं
PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana के तहत कई लाभ और विशेषताएं हैं, जो इसे भारतीय परिवारों के लिए आकर्षक बनाती हैं:
- वित्तीय सहायता:
- मुफ्त बिजली: प्रति माह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली, जिससे सालाना 15,000-18,000 रुपये की बचत संभव है।
- अतिरिक्त आय: नेट मीटरिंग के माध्यम से अतिरिक्त बिजली को डिस्कॉम (बिजली वितरण कंपनी) को बेचकर आय।
- लंबी अवधि की बचत: सोलर पैनल 20-25 साल तक बिजली उत्पादन करते हैं, जिससे दीर्घकालिक बचत होती है।
- पर्यावरणीय योगदान: सौर ऊर्जा से कार्बन फुटप्रिंट कम होता है, जो जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मदद करता है।
- सुलभ प्रक्रिया: ऑनलाइन पोर्टल और Sandes App के माध्यम से आसान आवेदन और सब्सिडी वितरण।
- डिजिटल पारदर्शिता: आवेदन से लेकर सब्सिडी प्राप्ति तक की प्रक्रिया को pmsuryaghar.gov.in पर ट्रैक किया जा सकता है।
Solar Rooftop Subsidy Yojana: पात्रता मानदंड
योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदकों को निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:
- नागरिकता: आवेदक भारत का स्थायी नागरिक होना चाहिए।
- आयु: आवेदक की आयु 18 वर्ष या अधिक होनी चाहिए।
- मकान स्वामित्व: आवेदक के पास सोलर पैनल स्थापना के लिए उपयुक्त छत वाला मकान होना चाहिए। किरायेदारों को मकान मालिक की अनुमति की आवश्यकता होगी।
- बिजली कनेक्शन: वैध बिजली कनेक्शन होना अनिवार्य है, और बिजली बिल पर कोई बकाया नहीं होना चाहिए।
- पिछली सब्सिडी: आवेदक ने पहले किसी अन्य सोलर सब्सिडी योजना का लाभ नहीं लिया हो।
- आय सीमा: कुछ राज्यों में आय सीमा लागू हो सकती है, जैसे 1-1.5 लाख रुपये प्रति वर्ष से कम आय।
- आधार-लिंक बैंक खाता: सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आधार से लिंक बैंक खाता अनिवार्य है।
Solar Rooftop Subsidy Yojana: आवश्यक दस्तावेज
आवेदन प्रक्रिया को पूरा करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड: पहचान सत्यापन के लिए।
- पैन कार्ड: यदि उपलब्ध हो, तो वित्तीय लेनदेन के लिए।
- नवीनतम बिजली बिल: बिजली कनेक्शन और खपत का प्रमाण।
- बैंक खाता विवरण: आधार से लिंक बैंक पासबुक या रद्द चेक।
- मकान स्वामित्व प्रमाण: रजिस्ट्री, प्रॉपर्टी टैक्स रसीद, या मकान मालिक की NOC (किरायेदारों के लिए)।
- निवास प्रमाण पत्र: स्थानीय निवास का प्रमाण।
- पासपोर्ट साइज फोटो: आवेदन फॉर्म के लिए।
- छत की तस्वीर: सोलर पैनल स्थापना के लिए उपयुक्तता सत्यापन के लिए।
इन दस्तावेजों को स्कैन करके ऑनलाइन अपलोड करना होगा। सुनिश्चित करें कि सभी दस्तावेज स्पष्ट और वैध हों ताकि आवेदन में कोई देरी न हो।
Solar Rooftop Subsidy Yojana: ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana में आवेदन करने के लिए दो मुख्य तरीके हैं: राष्ट्रीय पोर्टल (pmsuryaghar.gov.in) और Sandes App। दोनों प्रक्रियाओं को नीचे विस्तार से समझाया गया है।
प्रक्रिया 1: राष्ट्रीय पोर्टल के माध्यम से आवेदन
चरण 1: पंजीकरण
- पोर्टल पर जाएं: आधिकारिक वेबसाइट pmsuryaghar.gov.in पर जाएं।
- पंजीकरण शुरू करें: होमपेज पर Apply for Rooftop Solar या Consumer > Apply Now पर क्लिक करें।

- विवरण दर्ज करें:
- अपना राज्य चुनें।
- बिजली वितरण कंपनी (DISCOM) का चयन करें।
- उपभोक्ता खाता नंबर (बिजली बिल से) दर्ज करें।
- मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी प्रदान करें।
- OTP सत्यापन: मोबाइल पर प्राप्त OTP दर्ज करें और Verify पर क्लिक करें।
- लॉगिन क्रेडेंशियल: पंजीकरण के बाद आपको लॉगिन आईडी और पासवर्ड प्राप्त होगा, जिसे सुरक्षित रखें।
चरण 2: आवेदन और दस्तावेज अपलोड
- लॉगिन करें: पोर्टल पर मोबाइल नंबर और उपभोक्ता नंबर के साथ लॉगिन करें।

- आवेदन फॉर्म भरें:
- व्यक्तिगत विवरण (नाम, पता, आदि)।
- सोलर सिस्टम की प्रस्तावित क्षमता (1-10 किलोवाट)।
- छत का क्षेत्र और सूर्य प्रकाश की उपलब्धता।
- दस्तावेज अपलोड करें: आधार, बिजली बिल, बैंक विवरण, और छत की तस्वीर अपलोड करें।
- सबमिट करें: फॉर्म की जांच करें और Submit पर क्लिक करें। आपको एक आवेदन आईडी मिलेगी।
चरण 3: तकनीकी व्यवहार्यता और स्थापना
- DISCOM सत्यापन: DISCOM 15 दिनों के भीतर तकनीकी व्यवहार्यता (फीजिबिलिटी) की जांच करेगा।
- वेंडर चयन: MNRE द्वारा अनुमोदित वेंडर चुनें। वेंडर की सूची पोर्टल पर उपलब्ध है।
- स्थापना: वेंडर सोलर पैनल, इनवर्टर, और नेट मीटर स्थापित करेगा।
- नेट मीटर अनुरोध: स्थापना के बाद, पोर्टल पर नेट मीटर के लिए आवेदन करें।
चरण 4: सब्सिडी प्राप्ति
- DISCOM निरीक्षण: DISCOM नेट मीटर स्थापना का निरीक्षण करेगा और कमीशनिंग सर्टिफिकेट जारी करेगा।
- बैंक विवरण जमा करें: पोर्टल पर बैंक खाता विवरण और रद्द चेक अपलोड करें।
- सब्सिडी हस्तांतरण: कमीशनिंग के 30 दिनों के भीतर सब्सिडी आपके बैंक खाते में हस्तांतरित होगी।
प्रक्रिया 2: Sandes App के माध्यम से आवेदन
चरण 1: Sandes App डाउनलोड और पंजीकरण
- ऐप डाउनलोड करें: Google Play Store से Sandes App डाउनलोड और इंस्टॉल करें।
- पंजीकरण शुरू करें: ऐप खोलें और Register विकल्प चुनें।
- विवरण दर्ज करें:
- राज्य और DISCOM चुनें।
- उपभोक्ता खाता नंबर, मोबाइल नंबर, और ईमेल दर्ज करें।
- OTP सत्यापन: मोबाइल पर प्राप्त OTP दर्ज करें और पंजीकरण पूरा करें।
- लॉगिन क्रेडेंशियल: आपको लॉगिन आईडी और पासवर्ड मिलेगा।
चरण 2: आवेदन और दस्तावेज अपलोड
- लॉगिन करें: Sandes App में लॉगिन करें।
- आवेदन फॉर्म: Click Here to Apply पर क्लिक करें और फॉर्म भरें।
- दस्तावेज अपलोड करें: सभी आवश्यक दस्तावेज स्कैन करके अपलोड करें।
- सबमिट करें: फॉर्म जमा करें और आवेदन रसीद डाउनलोड करें।
चरण 3: आगे की प्रक्रिया: पोर्टल के समान, DISCOM सत्यापन, वेंडर स्थापना, और सब्सिडी हस्तांतरण की प्रक्रिया होगी।
Solar Rooftop Subsidy Yojana: अतिरिक्त जानकारी
सोलर सिस्टम की लागत और सब्सिडी
- 1 किलोवाट सिस्टम: लागत लगभग 50,000-60,000 रुपये, सब्सिडी 30,000 रुपये।
- 2 किलोवाट सिस्टम: लागत 90,000-1,00,000 रुपये, सब्सिडी 60,000 रुपये।
- 3 किलोवाट सिस्टम: लागत 1,20,000-1,50,000 रुपये, सब्सिडी 78,000 रुपये।
- अधिकतम सब्सिडी 3 किलोवाट सिस्टम तक सीमित है, लेकिन 10 किलोवाट तक के सिस्टम स्थापित किए जा सकते हैं।
नेट मीटरिंग
नेट मीटरिंग एक ऐसी प्रणाली है जिसमें सोलर पैनल से उत्पन्न अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेजा जाता है। DISCOM इस बिजली का हिसाब रखता है और आपके बिजली बिल में इसे समायोजित करता है। कुछ राज्यों में प्रति यूनिट 2 रुपये का जनरेशन-आधारित प्रोत्साहन भी दिया जाता है।
राज्य-विशिष्ट प्रोत्साहन
कुछ राज्य केंद्र की सब्सिडी के साथ अतिरिक्त प्रोत्साहन प्रदान करते हैं:
- महाराष्ट्र: MSEDCL और MEDA के माध्यम से अतिरिक्त सब्सिडी।
- राजस्थान: 1.1 किलोवाट से अधिक सिस्टम के लिए 17,000 रुपये की अतिरिक्त सब्सिडी।
- दिल्ली: 3 किलोवाट सिस्टम के लिए 30,000 रुपये की सब्सिडी।
मॉडल सोलर विलेज
योजना के तहत प्रत्येक जिले में एक मॉडल सोलर विलेज विकसित किया जाएगा, जो ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देगा।
Solar Rooftop Subsidy Yojana: समीक्षा
PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana भारत के उन परिवारों के लिए एक वरदान है जो बिजली बिलों के बोझ से राहत पाना चाहते हैं। यह योजना न केवल आर्थिक बचत प्रदान करती है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया और Sandes App ने इसे और भी सुलभ बना दिया है। हालांकि, आवेदकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे MNRE-अनुमोदित वेंडर चुनें और सभी दस्तावेज सही तरीके से जमा करें ताकि प्रक्रिया में देरी न हो।
अप्रैल 2025 तक 95 लाख से अधिक पंजीकरण इस योजना की सफलता का प्रमाण हैं। यदि आप भी बिजली की बढ़ती लागत से परेशान हैं और स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में कदम उठाना चाहते हैं, तो यह योजना आपके लिए एक सुनहरा अवसर है।
FAQs: Solar Rooftop Subsidy Yojana
1. मैं भारत में सरकार से मुफ्त सोलर पैनल कैसे प्राप्त कर सकता हूं?
PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana के तहत मुफ्त सोलर पैनल नहीं दिए जाते, लेकिन 40-60% तक सब्सिडी प्रदान की जाती है। आवेदन के लिए pmsuryaghar.gov.in पर पंजीकरण करें या MNRE की हेल्पलाइन 1800-180-3333 पर संपर्क करें।
2. क्या व्यावसायिक भवनों के लिए सब्सिडी उपलब्ध है?
नहीं, यह योजना केवल आवासीय उपभोक्ताओं के लिए है। व्यावसायिक और औद्योगिक उपभोक्ता अन्य MNRE योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
3. आवेदन के बाद सब्सिडी कितने दिनों में मिलती है?
कमीशनिंग सर्टिफिकेट जारी होने के 30 दिनों के भीतर सब्सिडी बैंक खाते में हस्तांतरित होती है।
त्वरित लिंक्स
- आधिकारिक वेबसाइट: pmsuryaghar.gov.in
- Sandes App डाउनलोड: Google Play Store
- MNRE वेबसाइट: mnre.gov.in
- हेल्पलाइन नंबर: 1800-180-3333